शतकवीर बनने के बाद से छाई हुई 'चुप्पी' को इस भारी भरकम शेर की दहाड़ के साथ तोडना वाकई में काफी रोमांचित कर रहा है , इसकी गर्जना ने शीत ऋतू से पूर्व ही कंपन का अहसास करवा दिया है ! जब इस कॉमिक को प्रथम बार पड़ा था तब मैंने इसको पड़ा कम था लेकिन इसके कवर को ज्यादा निहारा था ! टिम्पा के करतब और जादूगर पाशा से फिर से रूबरू होना एक सुखद अनुभूति है ! यह 'मौत का प्याला' नहीं बल्कि 'भूली बिसरी यादों का प्याला' है ! शुक्रिया राज भाई
Hello Prabhat & Vishal, personally I wasn't very pleased in posting this comic as only 18 pages are used to depict the main title but since it was part of Version 26 so be it. But after reading your comments I am more than happy that I did the right thing by posting it. Today I also saw your post (V25-Garth), its very true and obvious what you said Vishal bhai about hit & run I feel even sometimes the same way, but then I see Prabhat bhai and get my part of lesson of keep going...
3 comments:
The story is short, but heart touching. Thanks!
शतकवीर बनने के बाद से छाई हुई 'चुप्पी' को इस भारी भरकम शेर की दहाड़ के साथ तोडना वाकई में काफी रोमांचित कर रहा है , इसकी गर्जना ने शीत ऋतू से पूर्व ही कंपन का अहसास करवा दिया है ! जब इस कॉमिक को प्रथम बार पड़ा था तब मैंने इसको पड़ा कम था लेकिन इसके कवर को ज्यादा निहारा था ! टिम्पा के करतब और जादूगर पाशा से फिर से रूबरू होना एक सुखद अनुभूति है ! यह 'मौत का प्याला' नहीं बल्कि 'भूली बिसरी यादों का प्याला' है !
शुक्रिया राज भाई
Hello Prabhat & Vishal, personally I wasn't very pleased in posting this comic as only 18 pages are used to depict the main title but since it was part of Version 26 so be it. But after reading your comments I am more than happy that I did the right thing by posting it. Today I also saw your post (V25-Garth), its very true and obvious what you said Vishal bhai about hit & run I feel even sometimes the same way, but then I see Prabhat bhai and get my part of lesson of keep going...
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